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क्या भारत की ‘दुर्गा’ वामपंथी पितृसत्तात्मकता को हरा पायेगी?

वामपंथी कभी लेनिन की, कभी मार्क्स की, कभी माओ की और कभी स्टालिन तथा फिदेल कास्त्रो की पूजा करते मिल जाएंगे पर क्या कभी…

लाल सलाम से लाल कोरोना तक! और कितनी जानें लोगे वामपंथियों?

तानाशाही व्यवस्था वाले चीन से यूँ तो ज़्यादा खबरें बाहर नहीं आतीं, परन्तु इस बार कुछ अंतर्राष्ट्रीय मीडिया में ये खबरें छपी है के…